दतिया। सावन का महीना हिन्दुओं के लिये खास माह होता है यह महीना भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है जो बुराई का नाश करने वाले और परिवर्तन करने वाले हैं। सावन माह के दौरान भक्त भगवान शिव की आराधना करते हुये भगवान शिव जी का आशीर्वाद पाने के लिये व्रत रखते है।
पूजा करते है और प्रार्थना करते हैं ऐसा माना जाता है कि सावन माह में भगवान शिव के प्रतीक शिवलिंग की पूजा अर्चना की जाती हैं। और भक्त शिवलिंग पर दूध, जल, बेलपत्र व अन्य प्रसाद चढ़ाते हुये रूद्राभिषेक भी करते है और भगवान भोले नाथ से मनचाही इच्छा जाहिर करते हुये आशीर्वाद लेते है।
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वही आज सोमवार से सावन का महीना शुरू हो गया है। जिससे पूरा शहर शिव भक्ति में डूब गया है। अल सुबह से ही भक्तों की भीड़ शिवालयों पर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए उमड़ पड़ी। दतिया के सभी प्रमुख शिव मंदिरों पर श्रद्धालुओं का दिन भर तांता लगा रहा।
दतिया के ह्रदय स्थल किला चौक पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर की महिमा नगर के लोग बखान करते हैं। भोलेनाथ भक्तों की हर छोटी बड़ी मनोकामनाऐं पूरी करते हैं। बताते है कि मड़िया का महादेव मंदिर महाभारत कालीन हैं, यह क्षेत्र राजा दन्तवक्र के राज्य में था।
राजा दन्तवक्र स्वंय भोलेनाथ की सेवा पूजा करता था। कालांतर में यहां बुन्देला राज्य की स्थापना हुई तथा बुन्देला राजाओं ने मंदिर का विकास कराया। श्री पीताम्बरा पीठ के अधिष्ठाता परम् पूज्य स्वामी जी महाराज ने भी कुछ समय मड़िया के महादेव पर रहकर आराधना की।