स्टूडेंट्स ने गुरु महत्व पर विभिन्न भाषाओं में दिया भाषण
राजेन्द्र सूर्यवंशी, ब्यूरो चीफ इंदौर
बेटमा। हमारे जीवन में गुरु का विशेष महत्व होता है। भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान से भी बढ़कर माना जाता है। गुरु पूर्णिमा पर महाभारत के रचयिता वेद व्ंयास जी का जन्म हुआ था। इस कारण से गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य और गुरुओं को गुरु दक्षिणा देने का भी बहुत महत्व है।
नगर के बेटमा पब्लिक हायर सेकंडरी स्कूल बेटमा में गुरु पूर्णिमा का कार्यक्रम बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल के प्राचार्य व आगन्तुक पत्रकारो द्वारा सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित के साथ हुआ।
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कार्यक्रम में नगर के वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेन्द्र सूर्यवंशी, श्री रंजीत मंडलोई व श्री निर्मल पेरुलिया मुख्य अतिथियों के रूप उपस्थित रहे । विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं ने स्पीच के माध्यम से गुरु पूर्णिमा के महत्व को समझाया। बच्चों के स्पीच में विशेष बात यह रही छात्र छात्राओं ने यह स्पीच अलग-अलग भाषाएँ जैसे हिंदी, अंग्रेजी, भोजपुरी , संस्कृत में देकर कार्यक्रम में रंग जमा दिया ।
इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका विषय प्राचीन काल मे प्रचलित गुरुकुल व्यवथा और उसका भारतीय संस्कृति पर प्रभाव था। जिसमें सभी छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया । इस अवसर पर संस्था संचालक श्री मोहम्मद अमीन खान सर प्राचार्य श्री राजेन्द्र अग्निहोत्री सर एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।