मुस्लिम पक्षकारश् ईदगाह कमेंटी और वक्फ बोर्ड की दलीलों को उच्च न्यायालय ने किया दरकिनार हिन्दू पक्षकारों को जल्द मिलेगा मंदिर निर्माण का अधिकार
नई दिल्ली। अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने मथुरा स्थित श्री कृष्ण जन्मभूमि पर सदियों पूर्व विधर्मियों द्वारा निर्मित ईदगाह मस्जिद पर प्रयागराज उच्च न्यायालय द्वारा हिन्दू पक्षकारों की याचिका पर दिए गए निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि उच्च न्यायालय का निर्णय हिंदुओं की विधर्मियों पर बड़ी जीत हैं । उन्होंने कहा कि विधर्मियों की पैरवी कर रही ईदगाह कमेटी और वक्फ बोर्ड की दलीलों को उच्च न्यायालय ने खारिज करते हुए सिद्ध कर दिया है कि योगी शासन में मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए कोई भी स्थान नहीं है । उन्होंने 2029 से पहले न्यायालय के निर्णय से लड्डू गोपाल के भव्य मंदिर निर्माण आरंभ होने का दावा किया ।
संपादक संतोष शर्मा के साथ हुई बातचीत में हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने कहा कि उच्च न्यायालय ने ईदगाह परिसर के सर्वेक्षण करवाने की याचिका को स्वीकार कर लिया है । श्री राम जन्मभूमि अयोध्या के सर्वेक्षण में मिले प्रमाण जिस तरह न्यायालय में हिंदुओं की जीत का मुख्य आधार बना था , उसी प्रकार श्री कृष्ण जन्मभूमि के सर्वे में लड्डू गोपाल के मंदिर होने का स्पष्ट प्रमाण मिलेगा । यह प्रमाण ही जन्मभूमि पर लड्डू गोपाल के भव्य मंदिर के निर्माण का न्याय मार्ग प्रशस्त करेगा । बी एन तिवारी ने बताया कि हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने 2019 में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के पक्ष में सर्वाेच्च न्यायालय का निर्णय आने पर अयोध्या में पत्रकार वार्ता में न्यायालय के माध्यम से काशी विश्वनाथ और श्री कृष्ण जन्मभूमि पर दस वर्ष के अंदर लड्डू गोपाल का भव्य मंदिर निर्माण आरंभ होने का उद्घोष किया था । अपने उद्घोष में उन्होंने स्पष्ट कहा था कि श्रीराम जन्मभूमि वाद में हिंदुओं की जीत एक नजीर बन चुकी है और अब 70 वर्ष में नहीं चंद समय में न्यायिक निर्णय आयेगा । देश के बहुसंख्यक समाज की धार्मिक आस्था की पवित्र नगरी काशी और मथुरा विधर्मी प्रतीकों से मुक्त होगी और भव्य मंदिर निर्माण आरंभ होगा ।
बी एन तिवारी ने सच टाइम्स को बताया कि हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी की भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हो रही है । उन्होंने कहा कि अभी न्यायिक वाद उच्च न्यायालय में लंबित है । उच्च न्यायालय का अंतरिम निर्णय आने सर्वाेच्च न्यायालय में निर्णय को स्वाभाविक चुनौती में कुछ वर्ष लग जायेंगे , किन्तु हमे पूर्ण विश्वास है कि 2029 से बहुत पहले दैनिक सुनवाई के आधार पर सर्वाेच्च न्यायालय से हिंदुओं को मंदिर निर्माण का न्यायिक अधिकार मिल जायेगा ।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री ललित अग्रवाल ने कहा कि सर्वेक्षण की याचिका स्वीकृत होने से हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी और अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारियों की 20 दिसंबर की प्रस्तावित मथुरा यात्रा राजनीति और धर्म के गलियारों में हलचल का विषय बन सकती है । गौरतलब है कि हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी , कार्यकारी अध्यक्ष विजेंद्र सिंह राजू पार्चा , उपाध्यक्ष नितिन उपाध्याय , केशव चौहान , राष्ट्रीय मंत्री दीपक कनोजिया , कुंवर भगवान सिंह भाटी , राष्ट्रीय प्रचार मंत्री उपेंद्र पाल सिंह , राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता , उत्तर प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा , दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सत्येंद्र झा , हिन्दू महिला सभा की राष्ट्रीय मंत्री विमलेश तंवर, आगरा जिला अध्यक्ष विवेक गर्ग , पूर्व जिलाध्यक्ष हिन्दू पत्रकार रत्न संतोष शर्मा सहित अनेक पदाधिकारियों की यात्रा पहले से प्रस्तावित है । हिन्दू महासभा के सभी पदाधिकारी गर्भ गृह में लड्डू गोपाल के दर्शनों के पश्चात धर्माचार्य स्वामी रामभद्र आचार्य जी महाराज , न्यायालय में श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यायिक वाद में हिंदुओं के मुख्य पक्षकार दिनेश शर्मा सहित अनेक प्रतिष्ठित हस्तियों से भेंट कर श्री कृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की भावी रणनीति सहित विभिन्न राजनीतिक और धार्मिक विषयों पर चर्चा करेंगे । यह चर्चा प्राणी जगत कल्याण एवं धर्म रक्षा पर आधारित होगी ।