पण्डोखर। विश्व मानचित्र पर सनातन धर्म का परचम फहराने वाले युवा त्रिकालदर्शी गृहस्थ संत श्री गुरुशरण जी महाराज (पण्डोखर सरकार) के दिव्य चमत्कारों की गूंज अब विदेशों में भी सुनाई दे रही है। श्री गुरुशरण जी महाराज अभी ब्रह्मर्षि आश्रम नीदरलैंड (यूरोप) में भक्तों और जिज्ञासुओं की दैहिक , दैविक एवं भौतिक समस्याओं का समाधान व उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं।
श्री गुरुशरण महाराज के शिष्य और पण्डोखर धाम के संस्थापक श्री मुकेश कुमार गुप्ता (सागर) ने बतलाया कि यूरोप में भी दूर-दूर से सनातन के प्रति आस्थावान श्रद्धालु श्री पण्डोखर सरकार के दिव्य दरबार में सम्मिलित होने आ रहे हैं और अपनी समस्याओं का समाधान पा रहे हैं।
श्री गुरुशरण जी महाराज ने पण्डोखर सरकार की दिव्य शक्ति के माध्यम से यहां भी लोगों के जीवन में उजाला बिखेरा है और सनातन धर्म के प्रति उनके विश्वास को भी मजबूत किया है। यूरोप (नीदरलैंड) की धरती पर भी पण्डोखर सरकार के चमत्कारों ने लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है।
आज के युग में जब लोग वैज्ञानिक तथ्यों पर अधिक विश्वास करते हैं , तब भी श्री पण्डोखर सरकार के चमत्कारों में लोगों की अटूट आस्था देखने को मिलती है। सर्वविदित है कि पण्डोखर सरकार की दिव्य शक्ति ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया है इसलिए अब विदेशों में भी उनके भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। श्री पण्डोखर सरकार के दिव्य दरबार में आने वाले लोग मानते हैं कि श्री गुरुशरण जी महाराज के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से उनकी हर मनोकामना पूरी होती है।
पण्डोखर धाम ट्रस्ट के सचिव मुकेश गुप्ता (सागर) ने कहा कि पण्डोखर सरकार धाम पीठाधीश्वर श्री गुरुशरण जी महाराज ने विश्व पटल पर सनातन धर्म का गौरव बढ़ाया है , उनके दिव्य और चमत्कारी मार्गदर्शन ने लोगों को सनातन धर्म के प्रति आकर्षित किया है।
श्री गुरुशरण जी महाराज की दिव्य शक्ति ने न केवल दुःखी पीड़ित लोगों के जीवन में उजाला बिखेरा है बल्कि समाज में भी इससे सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इतना ही नहीं श्री पण्डोखर सरकार के दिव्य चमत्कार विज्ञान के लिए भी एक पहेली बने हुए हैं। श्री पण्डोखर सरकार के दिव्य दरबार की शक्ति के सामने विज्ञान भी नतमस्तक हो जाता है और इनके चमत्कारों को वैज्ञानिक तौर पर समझ पाना अभी भी एक चुनौती है। इस बात में किंचित मात्र संदेह नहीं कि पण्डोखर सरकार की दिव्य शक्ति ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया है।
अनन्त विभूषित त्रिकालदर्शी गृहस्थ संत श्री गुरुशरण जी महाराज (पण्डोखर सरकार) मात्र एक धार्मिक गुरु ही नहीं बल्कि एक महान समाजसेवी भी हैं जिनके मार्गदर्शन रूपी आशीर्वाद से अनेक दुःखी पीड़ितजन आज स्वस्थ्य और सुखी जीवन व्यतीत कर रहे हैं। श्री गुरुशरण जी महाराज अपनी अलग आध्यात्मिक पद्धति से ही मानवता की सेवा में लगे हुए हैं।
श्री पण्डोखर सरकार के दिव्य दरबार में आने वाले लोग न केवल अपनी विभिन्न समस्याओं का समाधान पाते हैं बल्कि महाराजश्री से एक नया जीवन जीने की प्रेरणा भी लेते हैं। श्री गुरुशरण जी महाराज आगामी 3 अगस्त की यूरोप प्रवास से वापिस अपने धाम लौटेंगे।
भवदीय: मुकेश कुमार गुप्ता (सागर)