लाली झा
जतारा। परम पूज्य नगर गौरव श्रमणाचार्य 108 श्री विमर्श सागर जी महाराज की सुप्रसिद्ध जन्म नगरी श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र आदिश्वर धाम जतारा में बीते दिवस, आस्था के केंद्र, विश्व वंदनीय, युग श्रेष्ठ, संत शिरोमणि परम पूज्य आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज का 57 वां दीक्षा दिवस पूर्ण भक्ति भाव से मनाया गया ।
भारतीय जैन संगठन तहसील अध्यक्ष एवं जैन समाज उपाध्यक्ष अशोक कुमार जैन ने बताया कि आषाढ़ सुदी पंचमी सन 1968 को गुरु नाम गुरु आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज ने ब्रह्मचारी विद्याधर पर उपकार करते हुए मुनि दीक्षा देकर नाम दिया मुनि विद्यासागर । मुनि विद्यासागर ने 56 वर्षों तक संपूर्ण विश्व में जैन धर्म की पताका फहराते हुए संपूर्ण मानव जाति पर अनंत उपकार किये ।
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पूज्य गुरुवर द्वारा धर्म के साथ-साथ शिक्षा जगत एवं देश हित में दिया योगदान चिरकाल तक अविस्मरणीय रहेगा । पूज्य आचार्य गुरुवर के 57 वें दीक्षा दिवस पर श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र आदिश्वर धाम जतारा में प्रातः काल अभिषेक शांति धारा उपरांत श्रद्धालुओं ने आचार्य श्री की महा मांगलिक पूजन संपन्न की, एवं संध्याकालीन वेला में 57 दीपकों से आचार्य श्री की महाआरती पूर्ण भक्ति भाव से संपन्न की गई।
इस विशेष अवसर पर निर्माणाधीन श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र आदिश्वर धाम जतारा के, ष्क्षेत्र परिचारिकाष् नामक फोल्डर का विमोचन नगर की बाल ब्रह्मचारिणी प्रज्ञा दीदी, जैन समाज अध्यक्ष महेंद्र जैन टानगा, उपाध्यक्ष अशोक कुमार जैन, महामंत्री राजेंद्र जैन राज, संजीव सगरवारा, अमित भंडारी, श्रीमती अभिलाषा जैन, शिल्पी जैन, आदि के द्वारा किया गया।